बारिशों की धड़कनें,हवाओं की गुंजन,पेड़ों की चिहाड़ सुनी है मैंने |
जब तीनो एक साथ चलती हैं तो दरिया भी अपना काबू खो देते हैं |
ज़िन्दगियों को ढ़ोलते हुए बस्तियों में रो लेते हैं |
लेकिन ये दरिया की उदासी किस बात की है ?
खुद के पूरा हो जाने की या बादलों के दूर जाने की |
जिनका ज़रिया दरिया होता है वो अब भी लहरों पर चलकर जाते हैं |
हँसते हैं, गुदगुदाते हैं और सहमे हुए दोस्त को बहलाते,फुसलाते,सहलाते हैं |
मगर सहमी तो दुनिया भी है |
दरिया के छिदे हुए मर्मों से,
या खुद ही के कर्मों से !
खुद को इत्मिनान से रखो,मुस्कराहट में भी एहतियात बरतो |
वो दरिया हे वो अपने आप में ही धुनी है
बारिशों की धड़कनें, हवाओं की गुंजन,पेड़ों की चिहाड़ मैंने सुनी है |
जब तीनो एक साथ चलती हैं तो दरिया भी अपना काबू खो देते हैं |
ज़िन्दगियों को ढ़ोलते हुए बस्तियों में रो लेते हैं |
लेकिन ये दरिया की उदासी किस बात की है ?
खुद के पूरा हो जाने की या बादलों के दूर जाने की |
जिनका ज़रिया दरिया होता है वो अब भी लहरों पर चलकर जाते हैं |
हँसते हैं, गुदगुदाते हैं और सहमे हुए दोस्त को बहलाते,फुसलाते,सहलाते हैं |
मगर सहमी तो दुनिया भी है |
दरिया के छिदे हुए मर्मों से,
या खुद ही के कर्मों से !
खुद को इत्मिनान से रखो,मुस्कराहट में भी एहतियात बरतो |
वो दरिया हे वो अपने आप में ही धुनी है
बारिशों की धड़कनें, हवाओं की गुंजन,पेड़ों की चिहाड़ मैंने सुनी है |